इंग्लैंड में सभी 5 टेस्ट नहीं खेल सकते, कार्यभार प्रबंधन के कारण नेतृत्व की भूमिका नहीं चुनी
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि उन्होंने खुद कप्तानी स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए खुद को उपलब्ध बताया। 31 वर्षीय तेज गेंदबाज ने स्काई स्पोर्ट्स पर दिनेश कार्तिक से बात की।
कप्तानी के सवाल पर बुमराह ने कहा- 'मैंने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को कप्तानी के लिए मना कर दिया था। कोई फैंसी स्टोरी नहीं है, कोई विवाद नहीं है या कोई हेडलाइन स्टेटमेंट नहीं है कि मुझे हटा दिया गया है या मुझ पर ध्यान नहीं दिया गया।' रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद कई पूर्व क्रिकेटरों ने बुमराह को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया था।
भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर है। टीम को वहां 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। पहला मैच 20 जून से लीड्स में खेला जाएगा।
मैंने बोर्ड से कहा था कि मुझे कप्तान न बनाएं: बुमराह
बुमराह ने कहा, मैंने रोहित और कोहली के रिटायर होने से पहले बोर्ड से बात की थी। मैंने उन्हें अपने कार्यभार के बारे में बताया। पीठ दर्द के उपचार के बाद मैंने सर्जन से भी बात की। कार्यभार अधिक था, इसलिए हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मुझे थोड़ा होशियार होना होगा। फिर मैंने बोर्ड से कहा, 'मैं नेता के रूप में नहीं देखा जाना चाहता।'
इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेलेंगे बुमराह
बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए खुद को उपलब्ध बताया। अपनी फिटनेस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं कम से कम तीन मैच खेलना चाहता हूं। फिलहाल यही योजना है। अभी कोई संख्या तय नहीं हुई है, लेकिन मैं पहले मैच के लिए तैयार हूं। हमें देखना होगा कि स्थिति कैसे आगे बढ़ती है।'
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