गिल ने कहा- मैंने कोहली-रोहित से सलाह ली; स्टोक्स ने कहा- कोहली, रोहित और अश्विन के बिना भारत कमजोर नहीं


गिल ने कहा- मैंने कोहली-रोहित से सलाह ली; स्टोक्स ने कहा- कोहली, रोहित और अश्विन के बिना भारत कमजोर नहीं
दोनों टीमें WTC चक्र में अपना अभियान शुरू करेंगी, हेडिंग्ले में भारत का रिकॉर्ड खराब
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज आज से शुरू होगी। पहला मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे से हेडिंग्ले के लीड्स स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत ने यहां 7 मैच खेले हैं। इसमें 2 में उसे जीत और 4 में हार का सामना करना पड़ा है। जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा है।टीम ने आखिरी बार 2021 में टेस्ट खेला था, जिसमें उसे पारी और 76 रन से हार का सामना करना पड़ा था। पहले मैच के साथ ही भारत और इंग्लैंड विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के 2025-27 चक्र में अपने-अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। भारत WTC के पहले दो फाइनल में उपविजेता रहा था। उसे 2021 में न्यूजीलैंड और 2023 में ऑस्ट्रेलिया ने हराया था। जबकि इंग्लैंड ने अभी तक एक भी फाइनल नहीं खेला है।
टीम इंडिया की अगुआई 25 वर्षीय युवा कप्तान शुभमन गिल करेंगे। जबकि इंग्लैंड की अगुआई 34 वर्षीय अनुभवी ऑलराउंडर बेन स्टोक्स कर रहे हैं।
मैच विवरण, पहला टेस्ट
IND Vs ENG
तारीख- 20-24 जून
स्टेडियम- हेडिंग्ले, लीड्स
समय: टॉस- दोपहर 3:00 बजे, मैच शुरू- दोपहर 3:30 बजे
टेस्ट में भारत पर इंग्लैंड का दबदबा
भारत ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर अपने क्रिकेट सफर की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक दोनों टीमों के बीच कुल 136 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। जिसमें इंग्लैंड ने 51 जीते, जबकि टीम इंडिया ने 35 मैच जीते। जबकि, 50 टेस्ट ड्रॉ रहे। भारत ने इंग्लैंड की धरती पर 67 टेस्ट खेले। सिर्फ 9 मैच जीते, लेकिन टीम ने यहां 22 टेस्ट ड्रॉ भी कराए हैं। इंग्लैंड ने 36 मैच जीते।
दोनों टीमों के बीच अब तक 36 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं। इनमें से 19 इंग्लैंड ने और 12 टीम इंडिया ने जीती हैं। जबकि 5 ड्रॉ रहीं। 1932 से 2025 तक 94 सालों में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में 19 टेस्ट सीरीज खेलीं। इनमें से 3 में भारत ने जीत दर्ज की, जबकि 2 ड्रॉ रहीं। जबकि, 14 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। भारत ने आखिरी बार इंग्लैंड में 2007 में टेस्ट सीरीज जीती थी। यह सीरीज राहुल द्रविड़ की कप्तानी में जीती गई थी।
यशस्वी-पंत टॉप बैट्समैन
भारतीय टीम के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने पिछले एक साल में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। उन्होंने 10 मैचों में 40.52 की औसत से 770 रन बनाए हैं। उनके बाद विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का नाम है, जिन्होंने 10 मैचों में 677 रन बनाए हैं। पंत ने एक शतक और 4 अर्द्धशतक भी लगाए हैं। केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल पर फैन्स की नजर रहेगी।
इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई टीम में भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई जसप्रीत बुमराह करेंगे। उन्होंने पिछले 9 मैचों में 46 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी सिर्फ 2.84 की रही है। बुमराह के अलावा टीम में मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह के नाम हैं। स्पिनरों में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा अहम साबित हो सकते हैं।
रूट-ब्रूक शानदार फॉर्म में
इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने पिछले एक साल में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। उन्होंने 13 मैचों में 1270 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 4 अर्द्धशतक भी लगाए हैं। रूट के बाद हैरी ब्रूक का नाम है, जिन्होंने 12 मैचों में कुल 1100 रन बनाए हैं।
पिछले एक साल पर नजर डालें तो इंग्लिश टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट जेम्स एटकिंसन ने लिए हैं। हालांकि, उन्हें पहले टेस्ट की प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया था। उनके बाद स्पिनर शोएब बशीर का नाम आता है। बशीर ने 12 मैचों में 32 विकेट लिए हैं। क्रिस वोक्स भी इंग्लैंड की टीम में हैं। उनके नाम 9 मैचों में 32 विकेट हैं।
पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच कल लीड्स में शुरू होगा, पिच सख्त और सपाट होगी
भारत का इंग्लैंड टेस्ट दौरा अब बेहद करीब है। पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज का पहला मैच शुक्रवार से खेला जाएगा। इस बार टेस्ट सीरीज की शुरुआत लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर हो रही है, जो आमतौर पर इंग्लैंड दौरे का तीसरा टेस्ट होता है। यहां का मौसम भी थोड़ा अलग है। फरवरी से यहां बारिश नहीं हुई है और मैदान पूरी तरह सूखा है। इस वजह से पिच को भी अलग तरीके से तैयार किया गया है।
3 दिन पहले तक पिच हरी दिख रही थी, लेकिन टेस्ट से पहले इसे अच्छी तरह से काटा और रोल किया जाएगा। पिच क्यूरेटर रिचर्ड रॉबिन्सन कहते हैं, 'हम चाहते हैं कि पिच अच्छी और संतुलित हो, ताकि बल्लेबाज शॉट खेल सकें।'
रॉबिन्सन के पास इस मैदान की कई यादें हैं। बचपन में उन्होंने यहां 1981 की मशहूर एशेज सीरीज देखी थी, जिसमें इंग्लैंड ने फॉलोऑन खेला था और लीड्स में तीसरा टेस्ट 18 रन से जीता था। अब रॉबिन्सन इस ऐतिहासिक मैदान पर दूसरे टेस्ट के लिए मैदान तैयार कर रहे हैं।
पिच नहीं टूटेगी, घरेलू टीम पहले गेंदबाजी करने की कोशिश करेगी
मौसम विभाग के मुताबिक, टेस्ट के दौरान तापमान 30 डिग्री तक पहुंच सकता है। हालांकि, इस गर्मी के बावजूद पिच के टूटने की संभावना नहीं है। पहले दिन कुछ स्विंग या सीम मूवमेंट जरूर हो सकती है, लेकिन उसके बाद पिच सपाट हो जाएगी।
ब्रेंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद से इंग्लैंड ने 22 में से 16 बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है, जिसमें से उसने 9 मैच जीते हैं। वहीं, 6 बार पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने वाली टीम सभी मैच हार गई है। ऐसे में पिच और मौसम को ध्यान में रखते हुए पहले गेंदबाजी करना फायदेमंद हो सकता है।
इंग्लैंड में लगातार स्विंग; भारत का यहां दुनिया में दूसरा सबसे खराब औसत है। 20 जून से भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। इस बार भारतीय टीम कुछ नई चुनौतियों और नए चेहरों के साथ मैदान पर उतरेगी, क्योंकि कोहली और रोहित जैसे अनुभवी खिलाड़ी अब इस टीम का हिस्सा नहीं हैं। नई कप्तानी की जिम्मेदारी युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के कंधों पर है। बल्लेबाजी क्रम में उनके साथ यशस्वी, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, ध्रुव जुरेल और वाशिंगटन सुंदर जैसे युवा खिलाड़ी शामिल होंगे, जिनमें से ज्यादातर ने इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। ऐसे में यहां की स्विंग गेंद इन युवाओं की तकनीक की असली परीक्षा लेगी। इंग्लैंड का मौसम, बादल छाए रहने वाला मौसम और ग्रीन आउटफील्ड स्विंग गेंदबाजी के लिए जानी जाती है। यहां की पिच सख्त होती है और गेंद नई हो या पुरानी, पूरे मैच के दौरान हवा में घूमती रहती है। इंग्लैंड में 'ड्यूक बॉल' का इस्तेमाल होता है, जिसमें सीम ऊंची होती है और यह लंबे समय तक स्विंग करती है। वहीं, भारत जैसे देशों में रिवर्स स्विंग आम बात है, लेकिन इंग्लैंड की ठंडी और उमस भरी परिस्थितियों में यह दुर्लभ है। भारत ने 1932 से अब तक इंग्लैंड में 121 टेस्ट खेले हैं, जिसमें भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का औसत सिर्फ 30.31 रहा है। यह किसी भी देश में उनका दूसरा सबसे खराब रिकॉर्ड है। सबसे खराब औसत दक्षिण अफ्रीका (28.88) में है।
भारतीय टीम हेडिंग्ले में आखिरी मैच पारी से हारी थी
भारत ने हेडिंग्ले में आखिरी बार 2021 में टेस्ट खेला था, जिसमें उसे पारी और 36 रन से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, उससे पहले भारत ने 2002 में खेले गए टेस्ट में इंग्लैंड को पारी और 46 रन से हराया था।
कोहली का 2018 का अनुभव भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबक है
2014 में कोहली इंग्लैंड में पूरी तरह से विफल रहे थे। उन्होंने 5 टेस्ट में सिर्फ 13.40 का औसत बनाया था। लेकिन 2018 में उन्होंने वापसी की और दो शतक और तीन अर्धशतकों के साथ 593 रन बनाए। उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड में आपको कभी ऐसा नहीं लगता कि आप तैयार हैं। यहां धैर्य सबसे महत्वपूर्ण चीज है। चाहे आप 30 रन पर हों या 100 रन पर - आपको हर गेंद पर एक जैसी सतर्कता दिखानी होगी।'
94 साल में सिर्फ 3 बार जीता; द्रविड़ ने दिलाई थी आखिरी सफलता
कहानी में इंग्लैंड में भारत का टेस्ट प्रदर्शन...
टीम इंडिया ने पहला टेस्ट 158 रन से हारा
भारत ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर अपने क्रिकेट सफर की शुरुआत की थी। इस मैच में कर्नल सीके नायडू ने भारत की अगुआई की थी, हालांकि लॉर्ड्स स्टेडियम में खेले गए चार दिवसीय मैच में टीम 158 रन से हार गई थी।
भारत ने 94 साल में 14 सीरीज हारी
1932 से 2025 तक के 94 सालों में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में 19 टेस्ट सीरीज खेली, जिसमें भारत ने 3 में जीत दर्ज की, जबकि 2 ड्रॉ रहीं। 14 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की परिस्थितियों में भारत इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 13% टेस्ट ही जीत पाया है।
1971 में जीती थी पहली सीरीज
भारत को इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने में 39 साल लग गए। 1971 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दो मैच ड्रॉ कराए, लेकिन आखिरी मैच जीतकर सीरीज 1-0 से अपने नाम की। इंग्लैंड में अपनी पहली सीरीज जीतने से पहले भारत को 6 सीरीज हारनी पड़ी थी।
आखिरी सीरीज 18 साल पहले जीती
1971 के बाद भारत ने इंग्लैंड में लगातार 3 सीरीज हारी, फिर कपिल देव की कप्तानी में 3 टेस्ट सीरीज 2-0 से जीती। इसके बाद 2002 में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 4 मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराई। फिर 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में एक और सीरीज जीती।
18 साल में 4 टेस्ट जीते, एक भी सीरीज नहीं
2007 में जीत के बाद एमएस धोनी की कप्तानी में भारत को लगातार 2 सीरीज हारनी पड़ी। 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में भी टीम हारी, लेकिन 2021 में खुद कोहली ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त दिलाई। सीरीज का आखिरी मैच कोरोना महामारी के कारण अगले साल खेला गया, लेकिन तब तक कोहली कप्तानी छोड़ चुके थे। भारत ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में आखिरी टेस्ट खेला, लेकिन टीम हार गई और सीरीज 2-2 से ड्रॉ हो गई।
कप्तान कोहली ने जीते सबसे ज्यादा टेस्ट
इंग्लैंड में भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तानों की लिस्ट में विराट कोहली सबसे ऊपर हैं, जिसमें उन्होंने 3 जीते हैं। उनके बाद कपिल देव ने 2 मैच जीते हैं, जबकि 4 अलग-अलग कप्तानों ने 1-1 मैच जीते हैं। भारत ने इंग्लैंड में सिर्फ 9 मैच जीते हैं, लेकिन टीम ने यहां 22 टेस्ट ड्रॉ भी किए हैं।
तेंदुलकर इंग्लैंड में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं
सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 17 मैचों में 4 शतक और 8 अर्धशतक की मदद से 1575 रन बनाए। गेंदबाजों में तेज गेंदबाज इशांत शर्मा सबसे ऊपर रहे, जिन्होंने महज 15 मैचों में 51 विकेट चटकाए, हालांकि सचिन ने 12 साल पहले संन्यास ले लिया था, तब इशांत को टीम में जगह नहीं मिली थी।
जडेजा मौजूदा टीम में शीर्ष खिलाड़ी हैं
भारत ने इंग्लैंड में बेहद युवा टीम भेजी है। रवि अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं। 36 वर्षीय रवींद्र जडेजा सबसे अनुभवी हैं, उन्होंने इंग्लैंड में मौजूदा टीम में सबसे ज्यादा रन (642) बनाए हैं। उन्होंने यहां 27 विकेट भी लिए हैं।
जडेजा के अलावा मौजूदा टीम की ओर से केएल राहुल और ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में 2-2 शतक लगाए हैं। जसप्रीत बुमराह के नाम सबसे ज्यादा विकेट (31) हैं, हालांकि उनके लिए सभी मैच खेलना मुश्किल है। वे सिर्फ 3 टेस्ट ही खेलेंगे।
कोर्ट का पिछला फैसला बरकरार, बैंक गारंटी न देने पर आईपीएल से हटाया गया
बीसीसीआई को आईपीएल फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल के मालिकों को 538 करोड़ रुपए हर्जाना देना होगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार को मध्यस्थता न्यायाधिकरण के फैसले के खिलाफ बीसीसीआई की याचिका खारिज कर दी।
बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस आरआई चागला ने कहा, 'कोर्ट इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता, क्योंकि मध्यस्थता एवं सुलह अधिनियम की धारा 34 के तहत कोर्ट की भूमिका सीमित है। बीसीसीआई की चुनौती अधिनियम की धारा 34 के दायरे के खिलाफ है। हम फैसला सिर्फ इसलिए नहीं बदल सकते, क्योंकि आपको यह पसंद नहीं है।'
10 साल पहले 2015 में ट्रिब्यूनल के जस्टिस आरसी लाहोटी ने फ्रेंचाइजी के पक्ष में फैसला सुनाया था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि बीसीसीआई टीम को मुआवजे के तौर पर 538 करोड़ रुपए देगा। बीसीसीआई ने ट्रिब्यूनल के इस फैसले को बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
2011 आईपीएल में एंट्री, एक सीजन के बाद बंद
बैंक गारंटी न चुकाने पर बीसीसीआई ने कोच्चि टस्कर्स को हटाया, मामले के 3 बिंदु
1. कोच्चि टस्कर्स केरल को 2011 में नई आईपीएल टीम के तौर पर जोड़ा गया था। शुरुआत में इस टीम का मालिकाना हक रेंडेज़वस स्पोर्ट्स वर्ल्ड (आरएसडब्लू) के पास था। बाद में इसे कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (केसीपीएल) ने अपने अधीन कर लिया। सितंबर 2011 में बीसीसीआई ने इस फ्रेंचाइजी को खत्म कर दिया।
2. फ्रेंचाइजी मालिक बीसीसीआई की बैंक गारंटी का नवीनीकरण नहीं करा सका। मालिक को 26 मार्च 2011 तक गारंटी बैंक में जमा करानी थी। बोर्ड ने करीब 6 महीने तक इंतजार किया, लेकिन 156 करोड़ रुपये की अनुबंध राशि नहीं मिली। जिसके कारण बीसीसीआई ने 19 सितंबर 2011 को अपनी वार्षिक बैठक में टीम को बर्खास्त कर दिया।
3. बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ केसीपीएल और आरएसडब्ल्यू ने 2012 में मध्यस्थता की कार्यवाही शुरू की। 2015 में न्यायाधिकरण ने फैसला सुनाया कि बीसीसीआई ने समझौते का उल्लंघन किया है और गारंटी राशि गलत तरीके से वसूली है। न्यायाधिकरण ने कहा कि बीसीसीआई की गलती के कारण केसीपीएल को ₹384 करोड़ और आरएसडब्ल्यू को ₹153 करोड़ का नुकसान हुआ है। यानी कुल ₹538 करोड़ से अधिक का मुआवजा तय किया गया, जिसमें ब्याज और कानूनी लागत भी शामिल है।
मध्यस्थता कार्यवाही क्या है?
मध्यस्थता एक ऐसी विधि है जिसमें दो पक्ष (जैसे व्यक्ति, कंपनी या संगठन) अपने विवादों को न्यायालय के बजाय किसी तीसरे पक्ष के समक्ष सुलझाते हैं। तीसरे पक्ष को मध्यस्थ कहा जाता है। कोच्चि टस्कर्स और बीसीसीआई के बीच वित्तीय विवाद था। दोनों के बीच का विवाद मध्यस्थता न्यायाधिकरण में चला गया। ट्रिब्यूनल ने कोच्चि टस्कर्स के पक्ष में फैसला सुनाया।
RSW ने 1555 करोड़ रुपये में खरीदी थी फ्रेंचाइजी
कोच्चि टस्कर्स आईपीएल की 9वीं फ्रेंचाइजी थी। इसे 2010 में रेंडेज़वस स्पोर्ट्स वर्ल्ड कंपनी ने 1555 करोड़ रुपये में खरीदा था। दरअसल, BCCI ने 2011 में आईपीएल टीमों की संख्या 8 से बढ़ाकर 10 कर दी थी।
महेला जयवर्धने की कप्तानी वाली टीम में ब्रेंडन मैकुलम, रवींद्र जडेजा, मुथैया मुरलीधरन, आरपी सिंह और श्रीसंत जैसे स्टार खिलाड़ी थे। हालांकि, टीम 14 में से केवल 6 मैच ही जीत सकी और प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकी, जिससे अंक तालिका में 8वें स्थान पर रही।
कोच्चि टस्कर्स के खिलाफ तेंदुलकर ने लगाया था शतक कोच्चि ने केवल एक सीजन खेला, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने उनके खिलाफ अपने टी20 करियर का एकमात्र शतक लगाया। सचिन के शतक की बदौलत मुंबई इंडियंस ने 15 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम में 182 रन बनाए थे। हालांकि, यह स्कोर टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था, कोच्चि ने 19 ओवर में सिर्फ 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। मैकुलम ने मैच जिताऊ 81 रन बनाए थे।
इंग्लैंड में सभी 5 टेस्ट नहीं खेल सकते, कार्यभार प्रबंधन के कारण नेतृत्व की भूमिका नहीं चुनी
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि उन्होंने खुद कप्तानी स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए खुद को उपलब्ध बताया। 31 वर्षीय तेज गेंदबाज ने स्काई स्पोर्ट्स पर दिनेश कार्तिक से बात की।
कप्तानी के सवाल पर बुमराह ने कहा- 'मैंने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को कप्तानी के लिए मना कर दिया था। कोई फैंसी स्टोरी नहीं है, कोई विवाद नहीं है या कोई हेडलाइन स्टेटमेंट नहीं है कि मुझे हटा दिया गया है या मुझ पर ध्यान नहीं दिया गया।' रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद कई पूर्व क्रिकेटरों ने बुमराह को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया था।
भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर है। टीम को वहां 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। पहला मैच 20 जून से लीड्स में खेला जाएगा।
मैंने बोर्ड से कहा था कि मुझे कप्तान न बनाएं: बुमराह
बुमराह ने कहा, मैंने रोहित और कोहली के रिटायर होने से पहले बोर्ड से बात की थी। मैंने उन्हें अपने कार्यभार के बारे में बताया। पीठ दर्द के उपचार के बाद मैंने सर्जन से भी बात की। कार्यभार अधिक था, इसलिए हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मुझे थोड़ा होशियार होना होगा। फिर मैंने बोर्ड से कहा, 'मैं नेता के रूप में नहीं देखा जाना चाहता।'
इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेलेंगे बुमराह
बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए खुद को उपलब्ध बताया। अपनी फिटनेस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं कम से कम तीन मैच खेलना चाहता हूं। फिलहाल यही योजना है। अभी कोई संख्या तय नहीं हुई है, लेकिन मैं पहले मैच के लिए तैयार हूं। हमें देखना होगा कि स्थिति कैसे आगे बढ़ती है।'
सितंबर 2024 में, दलीप ट्रॉफी की पूर्व संध्या पर, जब भारत का घरेलू सत्र बेंगलुरु के बादलों से घिरे आसमान में शुरू हुआ, शुभमन गिल ने अपने आप को निकट भविष्य में एक संक्षिप्त नज़र डालने की अनुमति दी। टेस्ट क्रिकेट का एक लंबा दौर आगे था, इस प्रारूप में रुक-रुक कर चल रही यात्रा को स्थिर करने का उनका मौका। भारत 'ए' के कप्तान ने कहा, "उम्मीद है कि इन 10 टेस्ट मैचों के खत्म होने के बाद, मैं अपनी उम्मीदों पर खरा उतरूंगा या उससे भी ज़्यादा।"
उन्होंने चेन्नई में शतक के साथ शुरुआत की। फिर मुंबई में टर्नर पर 90 रन बनाए। लेकिन जल्द ही, सीज़न उनके अब तक के संक्षिप्त टेस्ट करियर की तरह ही, उम्मीदों और ठहराव के परिचित मिश्रण में बदल गया। लेकिन सिर्फ़ आठ महीने बाद, नज़रिया पूरी तरह बदल गया। 'ए' पीछे छूट गया। गिल अब भारत के 37वें टेस्ट कप्तान के रूप में खड़े हैं, एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं, उनके कंधों पर सिर्फ़ अपनी उम्मीदों से कहीं ज़्यादा उम्मीदें टिकी हुई हैं।
यह (सी) परिवर्तन अचानक हुआ और जैसा कि 25 वर्षीय खिलाड़ी जल्द ही जान सकता है, प्रत्यय एक से अधिक तरीकों से भारी हो सकता है। एक भारतीय कप्तान का हर कदम बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। एमएस धोनी ने एक बार कहा था कि कैसे कप्तानी ने उनकी दाढ़ी में जल्दी ही सफेद बाल जोड़ दिए। अपनी दूसरी सीरीज तक, विराट कोहली के चेहरे पर भी उस वजन के शुरुआती लक्षण दिखाई देने लगे थे। फिलहाल, गिल का क्लीन शेव लुक शायद सबसे अच्छा है, यह प्रारूप में भारत की नई शुरुआत का एक छोटा लेकिन उपयुक्त रूपक है। नियुक्ति में एक निश्चित नवीनता है। भारतीय क्रिकेट पर पंजाब की गहरी छाप के बावजूद, आधुनिक युग में टेस्ट कप्तानी ने शायद ही कभी इसके दरवाजे पर दस्तक दी हो। ब्लेज़र आसानी से टीम के बेहतरीन क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह का हो सकता था, अगर उनके शरीर के आसपास की अनिश्चितता न होती। गिल, अपनी सभी विलक्षण बल्लेबाजी प्रतिभाओं के बावजूद, अपने जूनियर वर्षों में कोहली की तरह एक नेता के रूप में चिह्नित नहीं थे। अपने साथियों के बीच भी, ऋषभ पंत एक बेहतर रेज़्यूमे का दावा करते हैं। और फिर भी, ड्रेसिंग रूम के गलियारों में, विश्वास चुपचाप बढ़ता गया: उनकी शांत उपस्थिति और खेल को पढ़ने की उनकी क्षमता में। पीढ़ीगत बदलाव के बीच, गिल को नेतृत्व करने का जनादेश दिया गया है।
भारतीय क्रिकेट प्रणाली ने गिल को कड़ी मेहनत कराई है, ठीक वैसे ही जैसे WWE ने एक बार रोमन रेन्स के साथ किया था, उन्हें भविष्य के चेहरे के रूप में पेश किया गया, चाहे वे तैयार हों या नहीं। गिल की पहली सीरीज़ में, कोहली ने दावा किया कि 19 वर्षीय खिलाड़ी उसी उम्र में उनसे 10 गुना बेहतर खिलाड़ी है। कोहली की तरह, गिल का वनडे रिकॉर्ड पहले से ही चमक रहा है, लेकिन उनके गाबा के वीरतापूर्ण प्रदर्शन के बाद सभी प्रारूपों में पूर्ण मान्यता का इंतजार कई लोगों की अपेक्षा से अधिक लंबा हो गया है। प्रिंस की उपाधि, आंशिक रूप से भविष्यवाणी, आंशिक रूप से ब्रांडिंग, उनके साथ शुरू से जुड़ी हुई थी। अब यह उनके साथ क्रीज तक जाती है, उनके बल्ले पर नए-नए MRF स्टिकर पर टांके गए, भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े नामों की वंशावली का अनुसरण करते हुए। लेकिन अब, जब वे टेस्ट कप्तानी में कदम रखेंगे, तो वे अन्य लेबल दूर हो जाएंगे। यहीं से गिल का युग सही मायने में शुरू होता है, जहां योजनाएं और प्रदर्शन, न कि अनुमान, उन्हें परिभाषित करेंगे।
यह नवीनतम उन्नति एक निर्णायक क्षण में हुई है। गिल का अपना टेस्ट औसत - 32 मैचों और पांच शतकों के बाद 35.05 - अभी भी ऊपर की ओर सुधार की मांग करता है। यह उस स्थिति से बहुत दूर नहीं है जहां कोहली एडिलेड 2014 से पहले थे - 29 मैचों और छह शतकों के बाद 39.46 - जब वर्तमान कठिन बल्लेबाजी युग के लिए समायोजित किया जाता है। कोहली इंग्लैंड के एक कठिन दौरे से वापस आए थे जहां उनका खेल खराब हो गया था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में, सब कुछ ठीक रहा; उन्होंने टेस्ट बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह बनाई और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। गिल एक परिचित मोड़ पर पहुँचते हैं: भारत के अगले युग की रूपरेखा तैयार करते हुए अपनी धार को स्थिर करना। भारत पूरी तरह से रीसेट के बीच में है, जिसने अपने पिछले आठ टेस्ट में से छह हारे हैं, जिसमें घरेलू मैदान पर 0-3 की स्वीप भी शामिल है। कोहली, रविचंद्रन अश्विन और रोहित शर्मा चले गए हैं। मोहम्मद शमी, जो अब लगभग 35 वर्ष के हैं, ने दो साल से अधिक समय से कोई टेस्ट नहीं खेला है। केवल जडेजा, बुमराह और केएल राहुल ही बचे हैं - जो भारत की सबसे सफल रेड-बॉल टीम के आखिरी खिलाड़ी हैं।
भारत, ऑस्ट्रेलिया की तरह, हर कुछ सालों में बदलाव नहीं करता। जब बदलाव आता है, तो यह व्यापक, पीढ़ीगत बदलावों के रूप में आता है। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा जाता। एक बदलाव 1996 में आया, जब राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली लॉर्ड्स में एक साथ आए। 2000 के दशक की शुरुआत में, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण, हरभजन सिंह और जहीर खान ने उस कोर को पूरा किया, जिसने लगभग एक दशक तक भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाया। अगला महान रीसेट 2013 तक नहीं आया, जब सचिन तेंदुलकर का शासन समाप्त हो गया। इसने उस युग को जन्म दिया जो अब समाप्त हो गया है। अब, गिल अगले महान हस्तांतरण के द्वार पर खड़े हैं। उन्हें न केवल खिताब विरासत में मिला है, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी मिली है।
कई मायनों में, उन्हें यह पद ऐसे समय में मिला है जब भारतीय क्रिकेट एक संस्था के रूप में अपनी सबसे प्रभावशाली ऊंचाई पर है। आईपीएल पहले कभी इतना मजबूत नहीं रहा। पिछले एक साल में दो आईसीसी व्हाइट-बॉल ट्रॉफी आ चुकी हैं। प्रतिभाओं का भंडार बहुत बड़ा है, बेंच स्ट्रेंथ चौंका देने वाली है, पारिस्थितिकी तंत्र बेहतरीन तरीके से तैयार किया गया है। बोर्डरूम या ड्रेसिंग रूम, ज़्यादातर महत्वपूर्ण कमरों में भारत ही फैसले लेता है।
बॉल को सिर्फ़ एक बार उछाला जा सकेगा; अक्टूबर 2026 से लागू होगा
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने बाउंड्री पर कैचिंग के नियमों में बदलाव किया है। यह बदलाव बॉल के बाउंड्री के बाहर उछलने पर लिए जाने वाले कैच से जुड़ा है। मेलबर्न क्रिकेट क्लब (MCC) इस बदलाव को अक्टूबर 2026 से लागू करेगा, जबकि ICC अगले महीने से इस नियम को लागू करेगा। यह नियम 17 जून से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच शुरू होने वाले टेस्ट से लागू होगा।
बॉल के बाउंड्री के बाहर उछलने पर 2 शर्तें होंगी
पहली- पहले कई मौकों पर बाउंड्री पर खड़े खिलाड़ी बॉल को बाउंड्री के अंदर रहते हुए एक बार हवा में उछाल देते थे, फिर बाउंड्री पार करके उसे हवा में उछाल देते थे और बाउंड्री के अंदर कैच कर लेते थे। अब इसे कैच नहीं माना जाएगा और बल्लेबाज को रन मिलेगा।
दूसरा - अगर कोई खिलाड़ी बाउंड्री से बाहर जाता है, हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंकता है और फिर कोई दूसरा खिलाड़ी उसे पकड़ लेता है, तो यह तभी मान्य होगा जब गेंद फेंकने वाला खिलाड़ी भी बाउंड्री में हो।
बिग बैश लीग में माइकल नेसर के बाउंड्री कैच को लेकर सवाल उठे थे
2023 में बिग बैश लीग (बीबीएल) में माइकल नेसर ने बाउंड्री पर कैच लिया था, जिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद ही आईसीसी ने मेलबर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) से कैचिंग नियमों की समीक्षा करने को कहा था।
नेसर के कैच को समझाते हुए एमसीसी ने कहा कि बाउंड्री के अंदर कैच पूरा करने से पहले फील्डर ने "बनी हॉप" किया था। बनी हॉप तब होता है जब कोई खिलाड़ी बाउंड्री से बाहर जाने के बाद हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंकता है, हालांकि यह नियमों के मुताबिक था, लेकिन नोट में कहा गया कि ऐसा लग रहा था कि फील्डर वास्तव में बाउंड्री से बाहर गया था और गेंद को उछाला और फिर उसे पकड़ लिया।
2020 में बीबीएल में मैथ्यू वेड के बाउंड्री पर कैच आउट को लेकर सवाल उठे थे
साल 2020 में बीबीएल में होबार्ट हरिकेंस और ब्रिसबेन हीट के बीच खेले गए मैच के दौरान मैथ्यू वेड के बाउंड्री पर कैच आउट होने को लेकर सवाल उठे थे। दरअसल, पहली पारी में होबार्ट हरिकेंस के कॉम्पटन वेड ने 15वें ओवर की चौथी गेंद पर बाउंड्री पर शॉट खेला था।
ब्रिसबेन हीट के मैट रेनशॉ ने बाउंड्री पर खड़े होकर हवा में छलांग लगाई और गेंद को अंदर फेंका, जिसे उनके साथी टॉम बेंट ने कैच कर लिया। थर्ड अंपायर ने वेड को आउट करार दिया, हालांकि मैट रेनशॉ बाउंड्री के बाहर गिरे थे। इस कैच पर भी सवाल उठे थे।
WTC फाइनल में मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया, 27 साल बाद जीता ICC टूर्नामेंट
दक्षिण अफ्रीका ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत ली है। टीम ने शनिवार को मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पहली बार विश्व चैंपियन बना है। इतना ही नहीं, टीम ने 27 साल बाद ICC टूर्नामेंट जीता है। टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में मैच के चौथे दिन लंच से पहले दक्षिण अफ्रीका ने 282 रनों के लक्ष्य का पीछा 5 विकेट पर कर लिया। एडेन मार्करम ने 136 रन बनाए, जबकि टेम्बा बावुमा ने 66 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 218 रन बनाकर अफ्रीका को 282 रनों का लक्ष्य दिया। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 212 रन और अफ्रीका ने 138 रन बनाए। यहां कंगारू टीम को 74 रनों की बढ़त मिली।
पारिवारिक इमरजेंसी बताई वजह; भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से लीड्स में खेला जाएगा पहला टेस्ट
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर इंग्लैंड से भारत लौट आए हैं। एएनआई के मुताबिक, गंभीर पारिवारिक इमरजेंसी के चलते इंग्लैंड से भारत लौटे हैं।
भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है। टीम को वहां पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। गंभीर 6 जून को बाकी टीम के साथ इंग्लैंड के लिए रवाना हुए थे।
पहला टेस्ट 20 जून को लीड्स में खेला जाएगा
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। पहला टेस्ट 20 जून से लीड्स में शुरू होगा, जबकि आखिरी टेस्ट 31 जुलाई से लंदन के ओवल में खेला जाएगा। भारत ने 2007 के बाद से इंग्लैंड में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। ऐसे में टीम की नजर सीरीज जीतने पर होगी।
टीम इंडिया और इंडिया-ए के बीच आज से इंट्रा-स्क्वाड मैच
टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले सीनियर टीम आज से बेकेनहैम के केंट काउंटी क्रिकेट ग्राउंड पर इंडिया-ए के साथ चार दिवसीय इंट्रा-स्क्वाड मैच खेलेगी। मैच दोपहर 3 बजे शुरू होगा। यह मैच इंडिया-ए की इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो मैचों की अनऑफिशियल टेस्ट सीरीज के बाद होगा। दोनों मैच ड्रॉ रहे।
इंग्लैंड दौरे के लिए 18 खिलाड़ियों वाली भारतीय टीम
शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, ऋषभ पंत (उप-कप्तान), ध्रुव जुरेल, नितीश रेड्डी, शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव।
नई ट्रॉफी की घोषणा
इस बार भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के विजेता को नई ट्रॉफी दी जाएगी, जिसका नाम सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन के नाम पर रखा जाएगा। यह दोनों महान खिलाड़ियों के सम्मान में एक नई पहल है। तेंदुलकर और एंडरसन दोनों 11 जून से शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान लॉर्ड्स में ट्रॉफी का अनावरण करेंगे।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मजबूत शुरुआत की है। बुधवार को मैच के पहले दिन टीम ने पहली पारी में 212 रन बनाए। इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका के 4 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा गया। मिशेल स्टार्क ने 2, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने एक-एक विकेट लिया।
लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट स्टेडियम में स्टंप्स तक दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट पर 43 रन बना लिए थे। कप्तान टेम्बा बावुमा 3 और डेविड बेडिंघम 8 रन बनाकर नाबाद लौटे। ट्रिस्टन स्टब्स ने 2, वियान मुल्डर ने 6, एडेन मार्करम ने 0 और रयान रिकेल्टन ने 16 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 212 रन पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से ब्यू वेबस्टर (72 रन) और स्टीव स्मिथ (66 रन) ने अर्धशतक बनाए। विकेटकीपर एलेक्स कैरी 23 रन ही बना सके। कैगिसो रबाडा ने 5 विकेट लिए। मार्को जेन्सन को 3 विकेट मिले।
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कहा- यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था, टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में वेस्टइंडीज के शीर्ष स्कोरर
वेस्टइंडीज के विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने 29 साल की उम्र में यह फैसला लिया। पूरन वेस्टइंडीज के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था, लेकिन उन्होंने काफी सोच-विचार के बाद यह फैसला लिया है।
उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अपना आखिरी वनडे जुलाई 2023 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। वहीं, उन्होंने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दिसंबर 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।
इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट करते हुए पूरन ने लिखा, "मेरे लिए मैरून जर्सी पहनना, राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना और मैदान पर हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ देना, यह शब्दों में बयां करना मुश्किल है।" उन्होंने आगे लिखा, "टीम का कप्तान बनना मेरे लिए सम्मान की बात है जिसे मैं हमेशा अपने दिल के करीब रखूंगा।"
2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण
पूरन ने 2016 में दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिए टी20 खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। तीन साल बाद, उन्होंने बारबाडोस के ब्रिजटाउन में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला वनडे खेला।
106 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2,275 रन बनाए
पूरन ने वेस्टइंडीज के लिए 61 वनडे और 106 टी20 मैच खेले। 61 वनडे मैचों में उन्होंने 39.66 की औसत और 99.15 की स्ट्राइक रेट से 1983 रन बनाए। उन्होंने इस प्रारूप में 11 अर्धशतक और 3 शतक बनाए। उन्होंने 2019 विश्व कप में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व भी किया।
पूरन को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान कभी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वह दुनिया भर की टी20 लीग में खेलते नजर आएंगे।
4 मैचों के लिए सस्पेंड
पूरन का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। 2019 में उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ बॉल टैंपरिंग के आरोप में 4 मैचों के लिए सस्पेंड भी किया गया था। हालांकि, उन्होंने जल्द ही वापसी की और टीम की कमान भी संभाली। उनकी कप्तानी में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया। 2022 में उन्हें व्हाइट-बॉल टीम का कप्तान बनाया गया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी।
महाराष्ट्र के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने यॉर्कशायर काउंटी टीम के साथ क्रिकेट खेलने के लिए अनुबंध किया है। वे इस सीजन में वनडे कप के अंत तक टीम के साथ रहेंगे। उन्हें इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 2 अनऑफिशियल टेस्ट खेलने के लिए इंडिया-ए टीम में जगह मिली थी, लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।
जुलाई में टीम से जुड़ेंगे ऋतुराज गायकवाड़ ऋतुराज गायकवाड़ पहली बार काउंटी क्रिकेट खेलते नजर आएंगे। वे जुलाई में यॉर्कशायर के लिए सरे के खिलाफ मैच खेलेंगे। यहां से वे इंग्लैंड के घरेलू सीजन के अंत तक यॉर्कशायर के लिए वनडे कप भी खेलेंगे।
यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ऋतुराज गायकवाड़ के जुड़ने की जानकारी दी।
2 महीने से क्रिकेट से दूर हैं गायकवाड़ आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ कोहनी की चोट के कारण 10 अप्रैल को टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। उनकी जगह एमएस धोनी ने कमान संभाली, लेकिन टीम 10वें स्थान पर ही रही। गायकवाड़ ने अपना आखिरी मैच 8 अप्रैल को खेला था, तब से वे कोई मैच नहीं खेल पाए हैं।
काउंटी क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साहित हूं- गायकवाड़ 28 वर्षीय ऋतुराज ने कहा, 'मैं काउंटी क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साहित हूं। मैं हमेशा से इंग्लैंड में क्रिकेट खेलना चाहता था और यहां घरेलू क्रिकेट में यॉर्कशायर से बड़ा कोई क्लब नहीं है। काउंटी चैंपियनशिप में कुछ अहम मैचों के दौरान मुझे मौका मिलेगा। मैं टीम को वनडे कप में भी चैंपियन बनाना चाहता हूं।'
कोच ने कहा- टीम की बल्लेबाजी मजबूत होगी यॉर्कशायर के हेड कोच एंथनी मैक्ग्रा ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि ऋतुराज दूसरे हाफ के लिए टीम से जुड़ेंगे। उनमें काफी टैलेंट है और उनमें वो सब कुछ है जो हम एक खिलाड़ी में देखते हैं। ऋतुराज के आने से हमारी बल्लेबाजी काफी मजबूत हो जाएगी। जरूरत पड़ने पर वह तेज बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।'
ऋतुराज गायकवाड़ ने भारत के लिए सफेद गेंद के क्रिकेट में 1 शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं।
गायकवाड़ ने 29 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। ऋतुराज गायकवाड़ ने भारत के लिए वनडे और टी20 में डेब्यू किया है। उन्होंने 6 वनडे में 115 रन और 23 टी20 में 633 रन बनाए हैं। उन्होंने 5 अर्धशतक और 1 शतक भी लगाया है। लिस्ट-ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने के अलावा उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 7 शतक भी लगाए हैं। उन्होंने सीएसके के लिए 71 आईपीएल मैचों में 2502 रन भी बनाए हैं।
कंगारू टीम के लिए ओपनिंग करेंगे लाबुशेन; कल लॉर्ड्स स्टेडियम में खेला जाएगा मैच
हाइलाइट्स
कमिंस ने कहा कि तेज गेंदबाजी आक्रमण में जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क शामिल हैं। स्पिनर के तौर पर नाथन लियोन को शामिल किया गया है। स्कॉट बोलैंड को मौका नहीं मिल सका। कैमरून ग्रीन पीठ की सर्जरी के बाद अपना पहला मैच खेलने जा रहे हैं। ब्यू वेबस्टर भी प्लेइंग-11 में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने कहा कि रयान रिकेल्टन पारी की शुरुआत करेंगे। वियान मुल्डर नंबर-3 पर बल्लेबाजी करेंगे। कप्तान ने इस फैसले पर कहा- 'मुल्डर इस पोजीशन के लिए काफी युवा हैं, लेकिन पिछले दो सालों में उन्होंने जिस तरह से खुद को विकसित किया है, उससे मैं प्रभावित हूं। इस फैसले से उन्हें आत्मविश्वास मिलेगा। इससे उन्हें वह करने की प्रेरणा भी मिलेगी जो वह करना चाहते हैं।'
रबाडा तेज गेंदबाजों की अगुआई करेंगे, महाराज अकेले स्पिनर होंगे
दक्षिण अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन में तीन तेज गेंदबाज और एक विशेषज्ञ स्पिनर है। तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कैगिसो रबाडा करेंगे, जिसमें मार्को जैनसेन और लुंगी एनगिडी भी शामिल हैं। तेज गेंदबाज डैन पैटरसन को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में 6 विकेट लिए थे।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलिया): पैट कमिंस (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, कैमरून ग्रीन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, ब्यू वेबस्टर, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन और जोश हेजलवुड।
दक्षिण अफ्रीका (दक्षिण अफ्रीका): टेम्बा बावुमा (कप्तान), रेयान रिकलेटन, एडेन मार्कराम, वियान मुल्डर, ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंघम, काइल वार्न, मार्को जैनसेन, केशव महाराज, कैगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी।
दोनों टीमें खेलेंगी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज; पहला मैच 20 जून से खेला जाएगा
मै | तारीख | वेन्यू |
---|---|---|
पहला टेस्ट | 20 से 24 जून | एडबैस्टन |
दूसरा टेस्ट | 2 से 6 जुलाई | लॉर्ड्स |
तीसरा टेस्ट | 10 से 14 जुलाई | ट्रेंट ब्रिज |
चौथा टेस्ट | 23 से 27 जुलाई | हेडिंग्ले |
पाँचवां टेस्ट | 31 जुलाई से 4 अगस्त | ओवल |
बल्लेबाज़
शुभमन गिल (उपकप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर
विकेटकीपर-बल्लेबाज़
ऋषभ पंत (वाइस-कप्तान), ध्रुव जोरेल
पेस बॉलिंग ऑलराउंडर
नीतीश रेड्डी, शाहबाज अहमद
स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर
रविंद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर
फास्ट बॉलर
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह
स्पेशलिस्ट स्पिनर
कुलदीप यादव
लिखा- वर्ल्ड कप की यादें हमेशा मेरे दिल में रहेंगी; 2 आईपीएल खिताब जीते
भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। 36 वर्षीय गेंदबाज ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा- 'दो दशक से ज्यादा समय तक मैदान पर रहने के बाद अब इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहने का समय आ गया है।'
पीयूष चावला 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए 2 आईपीएल खिताब भी जीते हैं। चावला ने भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने कुल 43 विकेट लिए हैं।
पीयूष चावला ने लिखा-
भारत का शीर्ष स्तर पर प्रतिनिधित्व करने से लेकर 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बनने तक, इस अद्भुत यात्रा में हर पल किसी वरदान से कम नहीं रहा है। ये यादें हमेशा मेरे दिल में रहेंगी।
उन्होंने लिखा-
मैं आईपीएल फ्रेंचाइजी - पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस - का दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझ पर अपना विश्वास जताया। आईपीएल मेरे करियर का एक खास अध्याय रहा है और मैंने इसमें खेलने के हर पल का लुत्फ उठाया है।
पिता के लिए लिखा- उनके बिना यह यात्रा संभव नहीं होती
पीयूष ने अपनी पोस्ट में अपने कोच, परिवार और पिता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए लिखा- 'मैं अपने कोचों (केके गौतम और दिवंगत पंकज सारस्वत) का बेहद आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित किया। इस यात्रा में मेरा परिवार मेरी ताकत और स्तंभ रहा है। परिवार का अटूट समर्थन सभी उतार-चढ़ावों के दौरान मेरी नींव रहा है। मैं अपने दिवंगत पिता का विशेष उल्लेख करना चाहूंगा। उन्होंने मुझ पर अटूट विश्वास किया और मेरे लिए मार्ग प्रशस्त किया। उनके बिना यह यात्रा कभी संभव नहीं हो पाती।'
जसप्रीत बुमराह ने 2024 का क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीत लिया है। उन्होंने अवॉर्ड की दौड़ में ऑस्ट्रेलिया के ट्रैविस हेड, इंग्लैंड के जो रूट और हैरी ब्रूक को पीछे छोड़ दिया। ICC ने मंगलवार शाम को अवॉर्ड की घोषणा की। बुमराह ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी जीता।
5 साल बाद किसी भारतीय को 'सर गारफील्ड सोबर्स अवॉर्ड' मिला। विराट कोहली ने आखिरी बार 2018 में इसे जीता था। महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर अमेलिया केर ने जीता। उन्होंने पिछले साल टीम की महिला टी20 वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
जसप्रीत बुमराह टी20 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी हैं
जसप्रीत बुमराह ने 2024 में सिर्फ 2 फॉर्मेट खेले, लेकिन उन्होंने दोनों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 2024 टी20 वर्ल्ड कप के 8 मैचों में 15 विकेट लिए, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया। उन्होंने महज 4.17 की इकॉनमी से रन दिए, जिसकी मदद से टीम ने 17 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप जीता।
बुमराह ने टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी जीता
बुमराह ने टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी जीता। उन्होंने पिछले साल 13 टेस्ट मैचों में 71 विकेट लिए थे। इस साल जनवरी में खत्म हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने ICC टेस्ट बॉलर्स रैंकिंग में 900 रेटिंग प्वाइंट भी हासिल किए। वे टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 बॉलर हैं।
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के 5 टेस्ट मैचों में 32 विकेट लिए थे। जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड भी मिला था। इतना ही नहीं, पर्थ टेस्ट में टीम की कप्तानी करते हुए उन्होंने टीम को दौरे पर एकमात्र जीत भी दिलाई थी।
ऑस्ट्रेलिया का श्रीलंका दौरा 29 जनवरी, 2025 से गॉल, श्रीलंका में शुरू होगा। दोनों टीमें गॉल में 2 टेस्ट और कोलंबो में 2 वनडे मैच खेलेंगी। वनडे सीरीज आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारी है जो पाकिस्तान में होगी।
ऑस्ट्रेलिया का श्रीलंका दौरा देखने के लिए उत्साहित हैं कि टीम कैसा खेलती है और खेल कितना रोमांचक होगा। साथ ही दर्शकों की सर्वश्रेष्ठ ड्रीम11 भविष्यवाणी टीम के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
इस सीरीज का महत्व
ऑस्ट्रेलिया पहले से ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 2024-25 में भारत को 3-1 से हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में है और 14 जून 2025 को लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के साथ फाइनल सुरक्षित करता है।
दूसरी ओर, श्रीलंका पहले से ही WTC 2025 की दौड़ से बाहर है, लेकिन वे अपने सर्वश्रेष्ठ के लिए खेलेंगे।
श्रृंखला का आयोजन
तारीखें श्रृंखला स्थल
29 जनवरी - 2 फरवरी टेस्ट गॉल
6 फरवरी - 10 टेस्ट गॉल
12 फरवरी पहला वनडे कोलंबो
14 फरवरी दूसरा वनडे कोलंबो
दौरे के लिए टीमें
ऑस्ट्रेलिया
स्टीव स्मिथ (कप्तान), सीन एबॉट, स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी, कूपर कोनोली, ट्रैविस हेड, जोश इंग्लिस, उस्मान ख्वाजा, सैम कोंस्टास, मैट कुहनेमैन, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, नाथन मैकस्वीनी, टॉड मर्फी, मिशेल स्टार्क और ब्यू वेबस्टर।
श्रीलंका
धनजया डी सिल्वा (कप्तान), दिमुथ करुणारत्ने, पथुम निसांका, ओशादा फर्नांडो, लाहिरू उदारा, दिनेश चंडीमल, एंजेलो मैथ्यूज, कामिंडु मेंडिस, कुसल मेंडिस, सदीरा समाराविक्रमा, सोनल दिनुशा, प्रभात जयसूर्या, जेफरी वांडरसे, निशान पेरिरिस, असिथा फर्नांडो, विश्वा फर्नांडो, लाहिरा कुमारा और मिलन रथनायके
श्रीलंका दौरे के लिए स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाया गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि पैट कमिंस पितृत्व अवकाश पर हैं और टखने की समस्या से भी जूझ रहे हैं, जिसे "गर्मियों में ठीक कर लिया गया"। जोश हेजलवुड चोट के कारण अभी भी टीम से बाहर हैं, जिसके कारण वे भारत के खिलाफ सीरीज के आखिरी चरण में नहीं खेल पाए थे, जबकि मिशेल मार्श को टीम से बाहर कर दिया गया है।
टीम: स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा, सैम कोंस्टास, मार्नस लाबुशेन, ट्रैविस हेड, एलेक्स कैरी, जोश इंगलिस, नाथन मैकस्वीनी, ब्यू वेबस्टर, नाथन लियोन, मिशेल स्टार्क, कूपर कोनोली, टॉड मर्फी, मैट कुहनेमैन, सीन एबॉट, स्कॉट बोलैंड
टीम में मिशेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड और सीन एबॉट के रूप में केवल तीन फ्रंटलाइन पेसर हैं, जबकि स्पिन आक्रमण को मजबूत किया गया है और नाथन लियोन का साथ देने के लिए टॉड मर्फी और मैट कुहनेमैन को चुना गया है।
हालांकि भारत के खिलाफ सीरीज के अंत तक वह टीम से बाहर हो गए थे, लेकिन बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी को भी गॉल में होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए 16 सदस्यीय टीम में जगह मिली है। बाएं हाथ के बल्लेबाज कूपर कोनोली, जो कुछ पारंपरिक स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं, को पहली बार टीम में शामिल किया गया है।
"श्रीलंका दौरे के लिए चुनौतीपूर्ण और रोमांचक जगह है, क्योंकि यहां खिलाड़ियों को अलग-अलग परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। यह टीम प्रत्येक मैच में किस तरह के विकेट का सामना कर सकती है, इसके आधार पर XI को तैयार करने के कई तरीके प्रदान करती है। हम टीम के उन सदस्यों के लिए आगे के अवसर को लेकर उत्साहित हैं, जो अपने टेस्ट करियर की शुरुआत में हैं और उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में अपने खेल को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे, जहां आने वाले वर्षों में हमारे पास कई महत्वपूर्ण दौरे हैं," मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने कहा।
ऑस्ट्रेलिया पहले ही जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुका है और यह उससे पहले उनका आखिरी टेस्ट होगा।
1 जुलाई को, भारत की महिला टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान, ब्रिस्टल में भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा T20I खेला गया। भारत W ने इंग्लैंड W को...