94 साल में सिर्फ 3 बार जीता; द्रविड़ ने दिलाई थी आखिरी सफलता
18 साल से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाने वाली टीम इंडिया एक बार फिर जोर आजमाइश के लिए तैयार है। टीम इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। पहला मैच 20 जून से भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे हेडिंग्ले के लीड्स स्टेडियम में शुरू होगा। टीम इंडिया 25 साल के युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में खेलेगी। वहीं, 34 साल के अनुभवी ऑलराउंडर बेन स्टोक्स इंग्लैंड की अगुआई कर रहे हैं। भारत ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 1932 में इंग्लैंड के लॉर्ड्स स्टेडियम से की थी, लेकिन टीम 94 साल में यहां सिर्फ 3 टेस्ट सीरीज ही जीत सकी।कहानी में इंग्लैंड में भारत का टेस्ट प्रदर्शन...
टीम इंडिया ने पहला टेस्ट 158 रन से हारा
भारत ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर अपने क्रिकेट सफर की शुरुआत की थी। इस मैच में कर्नल सीके नायडू ने भारत की अगुआई की थी, हालांकि लॉर्ड्स स्टेडियम में खेले गए चार दिवसीय मैच में टीम 158 रन से हार गई थी।
भारत ने 94 साल में 14 सीरीज हारी
1932 से 2025 तक के 94 सालों में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में 19 टेस्ट सीरीज खेली, जिसमें भारत ने 3 में जीत दर्ज की, जबकि 2 ड्रॉ रहीं। 14 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की परिस्थितियों में भारत इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 13% टेस्ट ही जीत पाया है।
1971 में जीती थी पहली सीरीज
भारत को इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीतने में 39 साल लग गए। 1971 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले दो मैच ड्रॉ कराए, लेकिन आखिरी मैच जीतकर सीरीज 1-0 से अपने नाम की। इंग्लैंड में अपनी पहली सीरीज जीतने से पहले भारत को 6 सीरीज हारनी पड़ी थी।
आखिरी सीरीज 18 साल पहले जीती
1971 के बाद भारत ने इंग्लैंड में लगातार 3 सीरीज हारी, फिर कपिल देव की कप्तानी में 3 टेस्ट सीरीज 2-0 से जीती। इसके बाद 2002 में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 4 मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराई। फिर 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में एक और सीरीज जीती।
18 साल में 4 टेस्ट जीते, एक भी सीरीज नहीं
2007 में जीत के बाद एमएस धोनी की कप्तानी में भारत को लगातार 2 सीरीज हारनी पड़ी। 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में भी टीम हारी, लेकिन 2021 में खुद कोहली ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त दिलाई। सीरीज का आखिरी मैच कोरोना महामारी के कारण अगले साल खेला गया, लेकिन तब तक कोहली कप्तानी छोड़ चुके थे। भारत ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में आखिरी टेस्ट खेला, लेकिन टीम हार गई और सीरीज 2-2 से ड्रॉ हो गई।
कप्तान कोहली ने जीते सबसे ज्यादा टेस्ट
इंग्लैंड में भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तानों की लिस्ट में विराट कोहली सबसे ऊपर हैं, जिसमें उन्होंने 3 जीते हैं। उनके बाद कपिल देव ने 2 मैच जीते हैं, जबकि 4 अलग-अलग कप्तानों ने 1-1 मैच जीते हैं। भारत ने इंग्लैंड में सिर्फ 9 मैच जीते हैं, लेकिन टीम ने यहां 22 टेस्ट ड्रॉ भी किए हैं।
तेंदुलकर इंग्लैंड में भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं
सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 17 मैचों में 4 शतक और 8 अर्धशतक की मदद से 1575 रन बनाए। गेंदबाजों में तेज गेंदबाज इशांत शर्मा सबसे ऊपर रहे, जिन्होंने महज 15 मैचों में 51 विकेट चटकाए, हालांकि सचिन ने 12 साल पहले संन्यास ले लिया था, तब इशांत को टीम में जगह नहीं मिली थी।
जडेजा मौजूदा टीम में शीर्ष खिलाड़ी हैं
भारत ने इंग्लैंड में बेहद युवा टीम भेजी है। रवि अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं। 36 वर्षीय रवींद्र जडेजा सबसे अनुभवी हैं, उन्होंने इंग्लैंड में मौजूदा टीम में सबसे ज्यादा रन (642) बनाए हैं। उन्होंने यहां 27 विकेट भी लिए हैं।
जडेजा के अलावा मौजूदा टीम की ओर से केएल राहुल और ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में 2-2 शतक लगाए हैं। जसप्रीत बुमराह के नाम सबसे ज्यादा विकेट (31) हैं, हालांकि उनके लिए सभी मैच खेलना मुश्किल है। वे सिर्फ 3 टेस्ट ही खेलेंगे।