📍 मुकाबला: भारत बनाम इंग्लैंड – चौथा टेस्ट
🔥 बुमराह की वापसी: अब कोई संशय नहीं
टीम इंडिया के गेंदबाज़ी आक्रमण के अगुआ जसप्रीत बुमराह चौथे टेस्ट में खेलेंगे — इसकी पुष्टि उनके साथी मोहम्मद सिराज ने दो दिन पहले ही कर दी थी।
बुमराह को सीरीज़ से पहले तीन टेस्ट तक सीमित रखने की योजना बनी थी, लेकिन:
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भारत सीरीज़ में पिछड़ रहा है
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9 दिनों का ब्रेक मिल चुका है
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और ओल्ड ट्रैफर्ड में बारिश की भविष्यवाणी है (मतलब गेंदबाज़ी का लोड हल्का रह सकता है)
इसलिए अब यह चयन का सवाल नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुका है।
🩺 चोटिल खिलाड़ी और चयन की उलझनें
🔻 आकाष दीप (ग्रोइन स्ट्रेन)
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बर्मिंघम में 10 विकेट लेने वाले इस युवा गेंदबाज़ की फिटनेस संदिग्ध है
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शॉर्ट रन-अप से गेंदबाज़ी की, लेकिन नेट सेशन मिस किया
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अंतिम निर्णय से पहले 24 घंटे और मिलेंगे
🔻 अर्शदीप सिंह पहले ही बाहर हैं
🆕 संभावित डेब्यू: अंशुल कांबोज
हरियाणा के तेज़ गेंदबाज़ अंशुल कांबोज को स्क्वाड में शामिल किया गया है:
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24 मैचों में 79 विकेट @ 22.88 की औसत
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हाल ही में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन
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रविवार को टीम से जुड़े और तुरंत नेट्स में गेंदबाज़ी शुरू की
💬 लेकिन डेब्यू में रुकावट बन सकते हैं प्रसिद्ध कृष्णा, जिन्होंने पहले दो टेस्ट खेले थे।
⛅ मौसम और गेंदबाज़ी संयोजन
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ओल्ड ट्रैफर्ड में तीन दिन बारिश की संभावना
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इसका मतलब हो सकता है कम ओवर, कम लोड — बुमराह दो टेस्ट खेल सकते हैं
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अगर बुमराह, सिराज और प्रसिद्ध को मौका मिलता है, तो कांबोज को अभी इंतज़ार करना पड़ सकता है
🧤 पंत की स्थिति: राहत की खबर
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रिषभ पंत की चोट में सुधार, स्लिप कैचिंग ड्रिल और नेट्स में बल्लेबाज़ी की
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अगर वह कीपिंग के लिए फिट होते हैं, तो उनका स्थान पक्का
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अगर नहीं, तो ध्रुव जुरेल को मौका मिल सकता है — चोटिल नितीश रेड्डी की जगह
🧪 नंबर 6 का सवाल: साई सुदर्शन को मौका?
अगर पंत विकेटकीपिंग करते हैं, तो साई सुदर्शन को बल्लेबाज़ के रूप में शामिल किया जा सकता है। हेडिंग्ले में डेब्यू के बाद उन्होंने नेट्स में अच्छी तैयारी दिखाई है और टीम उन्हें एक और मौका दे सकती है।
📋 संभावित प्लेइंग इलेवन – भारत (4th Test)
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यशस्वी जायसवाल
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केएल राहुल
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करुण नायर
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शुभमन गिल (कप्तान)
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रिषभ पंत (उपकप्तान/विकेटकीपर)
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साई सुदर्शन / वॉशिंगटन सुंदर
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रविचंद्रन अश्विन
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जसप्रीत बुमराह
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मोहम्मद सिराज
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प्रसिद्ध कृष्णा / अंशुल कांबोज
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रवींद्र जडेजा
🧠 निष्कर्ष
सीरीज़ के निर्णायक दौर में भारत का सामना दोहरी चुनौती से है — एक तरफ फिटनेस संकट, दूसरी तरफ जीत की ज़रूरत। लेकिन जसप्रीत बुमराह की वापसी से उम्मीद ज़रूर जगी है।
अब देखना यह है कि क्या अनुभव और धैर्य इस टीम को वापसी करवा सकते हैं, या इंग्लैंड इस ट्रॉफी को एक बार फिर अपने नाम कर लेगा।