मंगलवार, 10 जून 2025

एमएस धोनी को ICC का सबसे बड़ा सम्मान:

 हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 11वें भारतीय क्रिकेटर बने, अलग-अलग देशों के 6 दिग्गज क्रिकेटरों को भी मिली जगह


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बड़ा सम्मान दिया है। टीम इंडिया को दो बार विश्व विजेता बनाने वाले पूर्व दिग्गज कप्तान धोनी को प्रतिष्ठित ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। लंदन में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले एक खास कार्यक्रम के दौरान ICC ने विश्व क्रिकेट के 7 दिग्गजों को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया। भारत से धोनी का नाम सबसे पहले शामिल हुआ। इस तरह से धोनी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 11वें भारतीय क्रिकेटर बन गए।


विश्व विजेता कप्तान धोनी को मिला यह सम्मान
ICC हर साल विश्व क्रिकेट के कई महान खिलाड़ियों को हॉल ऑफ फेम में शामिल करता है। ICC ने क्रिकेट की विरासत को संजोने, अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों को प्रेरित करने और खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले महान खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए 2009 में इसकी शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक ICC हर साल इस खास कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है। इस बार इसका आयोजन लंदन में WTC फाइनल से पहले हुआ और इसमें 7 महान खिलाड़ी शामिल हुए।

2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले और 2007 में पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले धोनी को उनकी शानदार कप्तानी, यादगार करियर और क्रिकेट में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। भारत के लिए 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके धोनी ने टीम इंडिया को 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में वनडे विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताई। इसके अलावा उन्होंने टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन रैंक पर भी पहुंचाया।

हॉल ऑफ फेम में भारत के 11वें क्रिकेटर

हाल के वर्षों में सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ समेत कई महान भारतीय खिलाड़ियों को ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। इस बार धोनी को यह सम्मान मिला। धोनी यह सम्मान पाने वाले 11वें भारतीय खिलाड़ी बने। उनसे पहले ये 10 खिलाड़ी हॉल ऑफ फेम में शामिल हो चुके हैं- कपिल देव (2009), सुनील गावस्कर (2009), बिशन सिंह बेदी (2009), अनिल कुंबले (2015), राहुल द्रविड़ (2018), सचिन तेंदुलकर (2019), वीनू मांकड़ (2021), डायना एडुल्जी (2023), वीरेंद्र सहवाग (2023) और नीतू डेविड (2024)।

इन दिग्गजों को भी मिली जगह
सोमवार 9 जून को आयोजित इस कार्यक्रम में धोनी के अलावा अलग-अलग देशों के 6 अन्य दिग्गजों को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इनमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ, दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला, न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और स्टार स्पिनर डेनियल विटोरी, पाकिस्तान महिला टीम की पूर्व कप्तान सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर शामिल हैं।

निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया:

 कहा- यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था, टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में वेस्टइंडीज के शीर्ष स्कोरर


वेस्टइंडीज के विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने 29 साल की उम्र में यह फैसला लिया। पूरन वेस्टइंडीज के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।


उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था, लेकिन उन्होंने काफी सोच-विचार के बाद यह फैसला लिया है।


उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अपना आखिरी वनडे जुलाई 2023 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। वहीं, उन्होंने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दिसंबर 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।


इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट करते हुए पूरन ने लिखा, "मेरे लिए मैरून जर्सी पहनना, राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना और मैदान पर हर समय अपना सर्वश्रेष्ठ देना, यह शब्दों में बयां करना मुश्किल है।" उन्होंने आगे लिखा, "टीम का कप्तान बनना मेरे लिए सम्मान की बात है जिसे मैं हमेशा अपने दिल के करीब रखूंगा।"


2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण

पूरन ने 2016 में दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिए टी20 खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। तीन साल बाद, उन्होंने बारबाडोस के ब्रिजटाउन में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला वनडे खेला।


106 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2,275 रन बनाए

पूरन ने वेस्टइंडीज के लिए 61 वनडे और 106 टी20 मैच खेले। 61 वनडे मैचों में उन्होंने 39.66 की औसत और 99.15 की स्ट्राइक रेट से 1983 रन बनाए। उन्होंने इस प्रारूप में 11 अर्धशतक और 3 शतक बनाए। उन्होंने 2019 विश्व कप में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व भी किया।


पूरन को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान कभी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब वह दुनिया भर की टी20 लीग में खेलते नजर आएंगे।


4 मैचों के लिए सस्पेंड

पूरन का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। 2019 में उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ बॉल टैंपरिंग के आरोप में 4 मैचों के लिए सस्पेंड भी किया गया था। हालांकि, उन्होंने जल्द ही वापसी की और टीम की कमान भी संभाली। उनकी कप्तानी में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया। 2022 में उन्हें व्हाइट-बॉल टीम का कप्तान बनाया गया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी।

क्या अगस्त में होगा भारत बनाम श्रीलंका सीरीज़? BCCI के फैसले पर टिकी उम्मीदें

 भारतीय क्रिकेट में एक और व्यस्त महीने की तैयारी शुरू हो चुकी है, लेकिन इस बार चर्चाओं का केंद्र एक नई सीरीज़ है – श्रीलंका बनाम भारत की संभ...